श्याम सुन्दर अग्रवाल
नीला, पीला, बैंगनी,
काला हरा और लाल।
किसी रंग में देख लो,
पतंग है चीज कमाल।
बंधकर पतली डोर से,
आसमान तक जाती।
नीले नभ को जान समंद्र,
गोते खूब लगाती।
छोटी है तो क्या हुआ,
ऊँची मंजिल पाती।
चलती तेज हवाएँ तो भी,
जरा नहीं घबराती।
ऊँची सोच पालना बच्चो,
बाधा से न घबराना।
पतंग की अच्छी सीख को
तुम जीवन में अपनाना।
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1 टिप्पणी:
वाह सुंदर.
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