बाल-संसार
BAL SANSAR
बच्चों के निर्मल मन की गहराइयों तक उतरने की चाह
रविवार, 1 मई 2011
गरमी आई
गरमी आई, गरमी आई,
हाथी को बिलकुल न भाई।
मैनेजर को फोन लगाया,
बड़ा-सा बाथ-टब मंगवाया
बाथ-टब से बन गई बात,
गरमी से मिल गई निजात।
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