मंगलवार, 21 जुलाई 2009

चाँद पर चढ़ाई



सीढ़ी लगी चाँद तक देखी,

तो चूहे ने करी चढ़ाई।

भूरी बिल्ली दिखी वहाँ तो,

वापस दौड़ लगाई।

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2 टिप्‍पणियां:

अनिल कान्त ने कहा…

वाह...डर गया न

सहज साहित्य ने कहा…

चलिए भाई ! बिल्ली न होती तो चूहा भी चाँद की सैर कर आता । बेचारे को मौका मिलते -मिलते रह गया ।