मंगलवार, 2 जून 2009

मोटू राम गये बारात




श्याम सुन्दर अग्रवाल

शादी का मिला निमंत्रण,

तो मोटू राम गये बारात ।

फल कोई उनको न जंचा,

और न ही दाल और भात ।

दो प्लेट जलेबी खाई,

और खाई रसमलाई ।

आइसक्रीम खूब छक गये,

और उड़ाई सभी मिठाई

दोना भरकर रबड़ी खा ली,

तो तन गया उनका पेट ।

दर्द से लगे जब एंठने,

तो धरती पर गये लेट ।

एम्बूलेंस में लेटकर,

वे पहुँचे अस्पताल ।

हफ्ता भर करनी पड़ी,

मोटू को भूख हड़ताल ।

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1 टिप्पणी:

सहज साहित्य ने कहा…

बच्चों के लिए सार्थक रचनाओं का अभाव है ।बाल-संसार की प्रस्तुति नए आयाम स्थापित करेगी , ऐसी आशा है ।
रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'