रविवार, 13 जून 2010

पहेलियाँ-8

1. कहलाता तो हूँ मैं चूल्हा,
पर अजब है मेरा रूप।
तेल, गैस लकड़ी माँगूँ,
मुझे तो चाहिए धूप।


2. अंत कटे तो चाव बनूं,
मध्य कटे तो चाल।
तीन अक्षर का अन्न हूँ,
खाओ मुझे उबाल।


3. चलती खूब है कच्चे राह पर,
लकड़ी की वह गाड़ी।
चार पाँव का इंजन उसका,
चलता सदा अगाड़ी।

4. छोटी के तो बाल सफेद थे,
बड़ी हुई तो हो गए काले।
सारे तन पर मोती मेरे,
उन्हें छिपाने को वस्त्र डाले।

5. पैदा होते ही उड़े,
सीधा नभ में जाता।
पंख नहीं है फिर भी वह,
नभ में गायब हो जाता।
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पहेलियों के उत्तरः 1. सौर चूल्हा, 2. चावल, 3. बैलगाड़ी, 4. भुट्टा, 5. धुआँ ।
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2 टिप्‍पणियां:

M VERMA ने कहा…

1. सोलर कुकर

2. चावल

3. बैलगाड़ी

4. भुट्टा

5. धुँआ

मोहन वशिष्‍ठ ने कहा…

first सोलर कुकर

secod चावल

third बैलगाड़ी

fourth भुट्टा

fifth धुँआ